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वोल्टेज स्टेबलाइजर - 3

शॉर्ट ब्रेक UPS में 4 से 5 समयान्तराल के बाद लोड को सप्लाई मिलती है। इस तंत्र में मुख्य ए.सी. सप्लाई, डी.सी. में बदली जाती है।
1. ऑफ  लाइन यूपीएस (Off  Line UPS) - स्थैतिक तथा घूर्णी प्रकार की तरह ही इसे ऑफ लाइन या ऑन लाइन यूपीएस में बांटा जाता है।
2. ऑन लाइन यूपीएस (On Line UPS) – ऑन लाइन यूपीएस, ऑफ  लाइन यूपीएस की तुलना में महंगे होते है। इस डिजाइन में बैट्री इन्वर्टर द्वारा चार्ज होती है।
ऑटोकट वोल्टेज स्टेबलाइजर प्रकार की पावर सप्लाई प्रायः 160 वोल्ट से 250 वोल्ट परिवर्ती ए.सी. से 230 वोल्ट स्थिर ए.सी. तैयार करने के लिए प्रयोग की जाती है। इसमें मुख्यतः लो-वोल्टेज मेन्स ट्रांसफार्मर, जीन नियंत्रित रिले परिपथ आदि होते हैं।
बैट्री चार्जर एक विद्युत युक्ति है जिसका उपयोग बैट्री में ऊर्जा देने के लिए किया जाता है। बैट्री चार्जर पावर लाइन से प्राप्त ए.सी. को चार्जर के लिए उपयुक्त डी.सी. में परिवर्तित कर देता है।
बैट्री चार्जर में एक Circuitry भी होती है जो बैट्री के वोल्टेज को मोनीटर करती है और स्वतः ही चार्जिंग धारा को समंजित कर देती है। जब बैट्री पूर्णतया चार्ज हो जाती है। 

वोल्टेज स्टेबलाइजर - 2

परिपथ बनावट के आधार पर SMPS को निम्न दो प्रकार से वर्गीकृत किया जाता है-
(1) नॉन -आइसोलेटेड (Non-isolated) (2) आइसोलेटेड ;(Isolated)
6v/12v बैट्री इनपुट 230 वोल्ट ए.सी. आउटपुट को तैयार करने वाली पावर सप्लाई, अंतवर्तक (Inverter) कहलाती है। इनमें निम्न आवृत्ति ऑसिलेटर, एम्पलीफायर आदि होते हैं।
यू.पी.एस. एक ऐसी युक्ति होती है जो विद्युत से चलने वाले किसी उपकरण को उस स्थिति में भी सीमित समय के लिए विद्युत की समुचित आपूर्ति सुनिश्चित करती है जब आपूर्ति के मुख्य स्त्रोत से विद्युत आपूर्ति उपलब्ध नहीं होती।
वे अंतवर्तक, जिनमें कम्यूटेटिंग अवयव स्थायी रूप से भार के साथ्ज्ञ श्रेणी क्रम में जुड़े हो, श्रेणी अंतवर्तक कहलाते है। श्रेणी परिपथ के व्यवहार के कारण धारा का मान शून्य हो जाता है।
अंतवर्तक परिपथ विभिन्न शक्ति स्त्रोत जैसे - बैट्री, सौर पैनल इत्यादि से दिष्ट धारा लेकर उसे प्रत्यावर्ती धारा में बदलता है अर्थात् यह उन सभी उपकरणों के लिए महत्वपूर्ण है जो प्रत्यावर्ती धारा हेतु डिजाइन है तथा जो वांछित विभव के लिए दिष्टकारी द्वारा दिष्ट धारा बनाते हैं।

वोल्टेज स्टेबलाइजर - 1


वैद्युतिक एवं इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों/उपकरणो को स्थिर मान के वोल्टेज से प्रचलित करना आवश्यक होता है। जिसके लिए एक ऐसे उपकरण की आवश्यकता होती है जो मेन्स वोल्टेज में होने वाले परिवर्तनों को सहतें हुए स्थिर वोल्टेज मान का आउटपुट प्रदान कर सके; ऐसा उपकरण, स्टेबलाइज्ड पावर सप्लायर या वोल्टेज स्टेबलाइजर कहलाता है।
वोल्टेज स्टेबलाइजर दो प्रकार के होते है -
(1) हस्तचालित वोल्टेज स्टेबलाइजर  
(2) स्वचालित वोल्टेज स्टेबलाइजर
इन्वर्टर (Inverter) एवं यू.पी.एस. (UPS), स्वचालित वोल्टेज स्टेबलाइजर है।
स्विच मोड पावर सप्लाई भी आई.सी. आधारित पावर सप्लाई है जो प्रायः 6v डी.सी. इनपुट से 12v से 48v के बीच डी.सी. आउटपुट प्रदान कर सकती है। इसका उपयोग इलेक्ट्रोनिक उपकरणों (12v.48V) को 6v स्त्रोत से प्रचलित करने के लिए किया जाता है।