(1)प्राथमिक सैल
1.इन्हें पुनः आवेशित (चार्ज) नहीं किया जा सकता है।
2.ये वजन में हल्के होते हैं व कही भी आराम से ले जाए जा सकते हैं।
3 इनमें समय के साथ धारा की मात्रा भी कम हो जाती है।
4.इस सैल को उपयोग में लेने से पहले चार्ज करने की आवश्यकता नहीं होती है।
5.इनका जीवनकाल बहुत कम होता है।
6.इनका e.m.f. होता है।
(2) द्वितीयक सैल (बैट्री)
1. इन्हें पुनः आवेशित (चार्ज) किया जा सकता है।
2.ये भारी होते है। इनको एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में परेशानी रहती है।
3.ये स्थिर वोल्टेज पर काफी समय तक धारा दे सकते है।
4.इन्हें उपयोग में लेने से पूर्व चार्ज करना पड़ता है।
5.इनका जीवनकाल लम्बा होता है।
6. इनका e.m.f.अधिक होता है।