विद्युत अपघटन - 3

प्राथमिक सैल को पुनः आवेदित (चार्ज) नहीं किया जा सकता है जबकि द्वितीयक सैल को पुनः आवेशित (चार्ज) किया जा सकता है।
जब सैल को काम में लेते हैं तो समय के साथ वि.वा.ब. का मान घट जाती है, वह शून्य हो जाती है तथा इसे सैलों का धु्रवीकरण कहते है।
प्राथमिक सैल की विशेषताएं (Characterisics of Primary Cell)-
1. सैल का वि.वा.ब. अधिक व स्थिर होना चाहिए।
2. सैल का आन्तरिक प्रतिरोध कम होना चाहिए।
3. प्राथमिक सैल से जब किसी प्रकार की धारा नहीं ली जा रही हो तो उस स्थिति में सैल में कोई रासायनिक क्रिया नहीं होनी चाहिए।
4. सैलों में पोलेराइजेशन नहीं होना चाहिए।