प्रत्यावर्तक - 1


  • वह मशीन जो यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलती है तथा ए.सी. वि.वा. बल उत्पन्न करती है, प्रतयावर्तक या तुल्यकालिक जनरेटर कहलाता है। इसकी रेटिंग kVA में होती है।
  • प्रत्यावर्तक, फैराडे के विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धान्त पर आधारित होता है, इसके अनुसार जब किसी चालक एवं चुम्बकीय क्षेत्र के बीच सापेक्ष गति के कारण चुम्बकीय बल रेखाएं कटना शुरू होती है तो चालक में वि.वा. बल उत्पन्न हो जाता है।
  • प्रत्यावर्तक में प्रयुक्त स्टेटर एक सिलिकन स्टील की बनी हुई वलयाकार खांचेदार कोर होती है।
  • प्रत्यावर्तक में प्रयुक्त रोटर दो प्रकार के होते है -
  1. समुन्नत धु्रव प्रारूपी रोटर
  2. बेलनाकार धु्रव प्रारूपी रोटर
  • कम गति वाले प्रत्यावर्तकों में समुन्नत ध्रुव प्रारूपी रोटर तथा  ज्यादा गति वाले प्रत्यावर्तकों में बेलनाकार ध्रुव प्रारूपी रोटर का प्रयोग किया जाता है।
  • प्रतयावर्तक में स्थिर चुम्बकीय क्षेत्र बनाने के लिए उत्तेजक का प्रयोग किया जाता है।