विभिनन सुरक्षा चिन्ह् निम्न प्रकार होते हैं -
(1) निषेधात्मक चिन्ह (Prohibitive Signs)
1. ये गलत कार्यो के लिए मनाही का संकेत देते हैं।
2. इनका आकार गोलाकार होता है।
3. इनकी बॉर्डर लाल रंग की होती है तथा बीच में लाल रंग का बना होता है।
4. इनकी पृष्ठ भूमि सफेद रंग की होती है व ऊपर काले रंग का संकेत चिन्ह बना होता है।
(2) आदेशात्मक चिन्ह (Mandatory Sings)
1. इसमें कार्य करने से पूर्व तथा बाद में आदेशात्मक चिन्हों द्वारा आदेश किया जाता है।
2. इनका आकार गोलाकार होता है।
3. इनकी पृष्ठ भूमि नीले रंग की होती है जिसके ऊपर सफेद रंग का संकेत चिन्ह छपा होता है।
(3) चेतावनी चिन्ह (Warning Sings)
1. इन चिन्हों द्वारा आने वाले खतरे की चेतावनी दी जाती है।
2. इनका आकार त्रिकोण होता है।
3. इनकी पृष्ठभूमि पीले रंग की होती है।
4. इनका संकेत चिन्ह तथा बॉर्डर काले रंग का होता है।
किसी भी राष्ट्र की निर्मित सामग्री/औजार/उपकरण एक निश्चित मानक (स्टैण्डर्ड) के होने चाहिए। इस आवश्यकता की पूर्ति के मानकीकरण के लिए अन्तर्राष्ट्रीय संगठन बनाया गया है जो माप तकनीकी मानकों, प्रतीकों, उत्पादन व प्रक्रियाओं ज्ञान व भारण की सुरक्षा का विनिर्देशन ISO संख्या युक्त अनेक पुस्तिकाओं द्वारा करता है।
माप-तोल की इकाइयों की एक अन्तर्राष्ट्रीय संस्था बनी हुयी है जिसे ‘‘इन्टरनेशनल कॉंन्फरेन्स ऑफ वेट एण्ड मेजर’’ (International Conference of Weight and Measure) के नाम से जाना जाता है। भारत भी इस संस्था का सदस्य है।
SI सिस्टम में सात प्राथमिक इकाइयां, दो समपूरक इकाइयां तथा कई व्युत्पन्न इकाइयां है।