ट्रेड का परिचय, व्यावसायिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य-2

इलैक्ट्रीशियन की सुरक्षा को तीन भागों में बांटा गया है -
1. शरीर की सुरक्षा
2. कार्य की सुरक्षा
3. मशीन, औजार एवं उपकरण की सुरक्षा
मशीनों के उत्पादन व उसे किसी भाग को बनाने अथवा उनकी मरम्मत करने के लिए विभिनन प्रकार की सक्रियाएं करनी पड़ती है, जिसके लिए विभिन्न प्रकार के औजार व मशीने काम में ली जाती है। औजारों व मशीनों की सुरक्षा का अर्थ उन सावधानियों से है जिनको ध्यान में रखकर कार्य करने से औजारों व मशीनों की सुरक्षा हो सके।
दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को अस्पताल ले जाने से पहले दिये जाने वाले उपचार को प्राथमिक उपचार कहते है।
 कार्यशाला में आग लगने पर निम्न कार्य करने चाहिए।
1. अग्नि  को झाग, बालू रेत इत्यादि से ढक्कर ऑक्सीजन की कमी करके बुझाया जाता है।
2. ताप को कम करने के लिए ठण्डे जल का प्रयोग करके अग्नि को बुझाया जाता है।
  आग को बुझाने के लिए अग्निशामक यंत्र का प्रयोग करना चाहिए जो निम्न  प्रकार वर्गीकृत है -
1.पानी वाले अग्निशामक यंत्र
2. फोम टाइप अग्निशामक यंत्र
3. फायर ब्लेंकेट यंत्र
4. शुष्क पाउडर यंत्र
5. कार्बन डाइ ऑक्साइड  यंत्र
6. कार्बन टेट्रा क्लोराइड यंत्र