ट्रेड का परिचय, व्यावसायिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य - 1


इलैक्ट्रिकल सर्विसिंग को प्रदान करने के लिए इलैक्ट्रीशियन ट्रेड को स्थापित किया गया।
एक कुशल इलैक्ट्रीशियन के निम्न कर्तव्य होने चाहिए -
           1. इलैक्ट्रीशियन का कार्य करने से पूर्व सुरक्षा-सावधानियां जानना।
           2. औद्योगिक प्रतिष्ठानों की कार्यशालाओं, बिजली उत्पादन, वितरण, संचालन को समझना।
           3. विद्युत यन्त्रों, मशीनों की फिटिंग को जानना।
           4. औद्योगिक - घरेलू प्रतिष्ठानों की वायरिंग को जानना।
इलैक्ट्रीशियन ट्रेड के दो वर्षीय प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ट्रेनी में निम्न योग्यता आ जाती है -
           1. भारतीय विद्युत नियम के अनुसार वायरिंग करना।
           2. भारतीय विद्युत नियम के अनुसार ओवरहैड लाइन का कार्य।
           3. I.E नियमानुसार अर्थिंग करना।
           4. भारतीय मानक ब्यूरो BIS के अनुसार चिन्हों, संकेतों की जानकारी।
इलैक्ट्रीशियन ट्रेड के दो वर्षीय प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ट्रेनी निम्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं-
           1. सभी प्रान्तों के विद्युत बोर्ड।
           2. भारतीय रेलवे।
           3. भारत सरकार के उपक्रम।
           4. शासकीय, अर्द्धशासकीय सेवा में।
इलैक्ट्रीकल कार्यशालाओं में होने वाली दुर्घटना के कारण निम्न होते है -
           1. औजार, उपकरण, मशीन तथा कार्य का पर्याप्त ज्ञान न होना।
           2. जानकारी न होने पर भी मशीन को चलाना।
           3. कार्य को जल्दी करने की उत्सुकता।
           4. सामर्थ्य से अधिक मेहनत करना।