ट्रांसफॉर्मर वाइन्डिंग - 3
- वृत्ताकार चालक के साथ सिलेण्ड्रीकल वाइन्डिंग, 33kV तथा (5000-8000) kVA। तक उच्च वोल्टेज वाइन्डिंग में प्रयुक्त होती है।
- क्रॉस -ओवर वाइन्डिंग निम्न वोल्टेज तथा निम्न धारा के लिए प्रयुक्त होती है व छोटे ट्रांसफार्मर में यह उच्च वोल्टेज की तरफ प्रयुक्त की जाती है।
- सतत् डिस्क क्वाॅइल प्रकार की वाइन्डिंग 3.3-220kV तथा (200-10,000)kVA। तक आधुनिक ट्रांसफार्मर में प्रयुक्त की जाती है।
- डिस्क प्रकार की वाइन्डिंग को मुख्यता 33kV या अधिक रेंज के उच्च वोल्टेज ट्रांसफार्मर में उपयोग किया जाता है।
- हेलिकल वाइन्डिंग को अधिक धारा तथा कम टर्न वाले ट्रांसफार्मर में उपयोग किया जाता है। सैण्डविच प्रकार की वाइन्डिंग मुख्यता शैल प्रकार के ट्रांसफॉर्मर में उपयोग की जाती है।
- ट्रांसफॉर्मर वाइन्डिंगों के प्रकारों का चयन -
- सिलेण्ड्रीकल (वृताकार चालक) 5000- 10,000kV। 33kV तक ,8amp तक 30 mm2 तक 1 से 2
- सिलेण्ड्रीकल (आयताकार चालक के साथ) 5000- 8000kVA। 6kVA तक 10-600amp 5.200 mm2 1 से 4
- क्रॉस-ओवर 1000kVA। तक 33kV तक 40amp तक 15mm2 1
- हेलिकल 160 से 1000kVA। तक 15kV तक (कुछ समय 33kV तक 300amp. तथा अधिक 75.100 mm2 तथा इससे अधिक 4 से 16
- सतत् डिस्क 200-10,00kVA। तक 3.3-220kV तक 12amp तथा अधिक 4 से 200mm2 तथा इससे अधिक 1 से 4